Wednesday 24 February 2016

पीओके को पाकिस्तान, कश्मीर को भारत के साथ रहने दें : अब्दुल्ला


। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने एक नया विवाद खड़ा करते हुए बुधवार को कहा कि क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को पाकिस्तान के साथ और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख को भारत के पास रहने देना चाहिए। नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के महासचिव शेख नजीर अहमद की पहली पुण्यतिथि पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि दोनों देशों में कुछ ऐसे लोग हैं जो भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सामान्य नहीं होने देना चाहते।

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जेएनयू विवाद के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी होनी थी, लेकिन उसी वक्त कोर्ट परिसर में वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया। 

उन्होंने जेएनयू छात्रों और मीडियाकर्मियों की पिटाई की और सभी को कोर्ट से बाहर निकालते हुए कन्हैया की पेशी का विरोध किया। वकीलों ने कहा कि हम कन्हैया को कोर्ट में पेश नहीं होने देंगे और पेश हुआ तो उसकी पिटाई होगी।

वकील वहां मौजदू लोगों से उन्हें पूछ-पूछ कर पीट रहे थे कि क्या आप जेएनयू से हैं अगर कोई हां कह देता तो वो उसकी पिटाई कर रहे थे। वकीलों ने कोर्ट का घेराव करके कोर्ट को बंद कर दिया जिससे कन्हैया की पेशी टल गई।

'भारत तेरे टुकड़े होंगे' कहने वाले क्या राष्ट्रद्रोही नहीं हैं: अमित शाह

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बुधवार को यूपी के बहराइच और बलरामपुर के दौरे पर पहुंचे। अमित शाह ने यहां पहुंचकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग भी की।बहराइच पहुंचकर अमित शाह ने जेएनयू और राष्ट्रद्रोह के बारे में अपना पक्ष रखा।मंच पर अमित शाह ने कहा कि 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' क्या ये कोई आजादी के लिए दिया गया भाषण है या फिर एक देशद्रोह है।अमित शाह ने कांग्रेस और विरोधी पार्टियों पर भी अपना निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि मैं कांग्रेस से पूछना चाहूंगा कि क्या वो अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देशद्रोही नारों का पक्ष नहीं ले रहे?

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संसद के दोनों सदनों में जेएनयू और रोहित वेमुला का मुद्दा छाया रहा। लोकसभा में जेएनयू विवाद पर दोपहर 3 बजे के बाद चर्चा शुरू हुई। शुरूआत कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की। उन्होंने कहा कि देश में असहिष्णुता का वातावरण दिख रहा है, हम इसके गवाह हैं। हमारा देश एक गुलदस्ता है जिसमें हर धर्म, हर जाति के फूल अपनी महक बिखेरते हैं।कांग्रेस सांसद ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ सरकार बाबा साहेब के मूल्यों का प्रचार कर रही है और बाहर जाकर दलितों पर अत्याचार कर रही है। गृहमंत्री कहते हैं कि जेएनयू में प्रदर्शन को हाफिज सईद का समर्थन था, उन्होंने ऐसा कहने से पहले इसकी जांच की थी?

लोकसभा: वेमुला मुद्दे पर स्मृति बोलीं, मुझे सूली पर चढ़ाया जा रहा है

संसद के बजट सत्र की शुरुआत काफी हंगामेदार रही। बुधवार को संसद के दोनों सदनों में जेएनयू और रोहित वेमुला की खुदकुशी मामले को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगे। इस्तीफे की मांग पर स्मृति ईरानी ने लोकसभा में कहा कि मुझे सूली पर इसलिए चढ़ाया जा रहा है क्योंकि मेरे विभाग ने पत्र लिखा है। स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपकी इच्छा जवाब सुनने की थी ही नहीं और आपकी नियत में खोट है। लोकसभा में जेएनयू पर हंगामा:लोकसभा में जेएनयू और वेमुला मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा। विशेष चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य ने सिंधिया ने सरकार पर शैक्षणिक संस्थाओं को बर्बाद करने और दलितों के वाजिब हक मारने का आरोप लगाया।

Monday 15 February 2016

US देगा भारत को 47.68 अरब की तोपें, चीन-PAK को सबक सीखने में मिलेगी मदद

 अमेरिका भारत के बीच हॉवित्जर तोपों को लेकर डील होगी। जानकारी के मुताबिक अमेरिका भारत को 145 अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर तोपें ('M-777' तोपें) बेचने के लिए तैयार हो गया है। हॉवित्जर तोप को लेकर होने वाली यह डील 700 मिलियन डॉलर (47.68 अरब रुपए) से ज्यादा की होगी। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पेंटागन ने जो स्वीकृति पत्र (LoA) रक्षा मंत्रालय में दाखिल किया था, इसके आधार पर अगले 180 दिनों में भारत और अमेरिका आमने-सामने बैठकर डील फाइनल कर लेंगी। डील के मुताबिक अल्ट्रा लाइट 'M-777' तोपों ( की पहली खेप भारत को सीधे तौर पर भेजी जाएगी।
इसके बाद की तोपें 3 साल के अंदर भारत में ही तैयार की जाएंगी। बता दें कि करीब 30 साल पहले भारत ने स्वीडन से बोफोर्स तोपें खरीदी थी। इस डील में कमीशन को लेकर काफी विवाद हुआ था।

पटियाला हाउस कोर्ट में जो हुआ पत्रकार ने सुनाई उसकी आंखो देखी

कन्हैया कुमार मामले की कवरेज के लिए अमर उजाला संवाददाता धीरज बेनीवाल सहित अन्य पत्रकार भी मौजूद थे। संवाददाता के साथ जो बीता वह इस तरह था...केस की सुनवाई शुरू होने से पहले ही वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी। संवाददाता ने वहां फौरन पहुंचकर जायजा लिया और माहौल का मोबाइल से फोटो लेने की कोशिश की।आक्रामक दिख रहे वकीलों ने इसका विरोध करते हुए संवाददाता को पकड़ लिया और कथित रूप से साकेत कोर्ट में वकालत करने वाले एक वकील ने धमकी दी तथा मोबाइल छीन लिया। किसी तरह वकीलों ने संवाददाता का मोबाइल वापस किया और एक जानकार वकील ने संवाददाता को बचाया। यह पूरा माजरा सीसीटीवी में कैद हुआ है।
कोर्ट रूम के बाहर माहौल शांत होने के बाद संवाददाता और अन्य पत्रकार अंदर गए। वहां जेएनयू के शिक्षक और छात्र बैठे थे। कोर्ट रूम में बड़ी संख्या में पुलिस भी मौजूद थी। पुलिस मीडिया कर्मियों को वहां से निकालने की कोशिश कर रही थी और पत्रकार अपने अधिकार का हवाला देते हुए वहां डटे हुए थे।